Kahaniya - सरसरी नज़रों से कॉपी के पन्ने पलटती नीरा को कहीं कुछ अस्वाभाविक-सा लगा, तो उसके हाथ एक पल को थम गए और फिर विपरीत दिशा में पन्ने पलटने लगी. हर बार वास्तविक व्यय अनुमानित व्यय से अधिक? कुछ अनुमानित व्यय बरसों से सूची में बने हुए? पर उन पर कभी व्यय ही नहीं? और फिर यकायक वे व्यय सूची से एकदम विलुप्त हो गए?